- मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से चयनित उद्यमी मित्रों का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू
- पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान में दो सप्ताह तक चलेगा प्रशिक्षण कार्यक्रम
- सीएम योगी के सलाहकार और इन्वेस्ट यूपी के सीईओ ने किया कार्यक्रम का शुभारंभ
- 14 दिवसीय कार्यक्रम में आयोजित किए जाएंगे 26 प्रशिक्षण सत्र
लखनऊ, 29 मई: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरुप यूपीजीआईएस-23 में आये 35 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव को धरातल पर उतारने के लिए निवेशकों की सहायता के लिए नियुक्त 105 उद्यमी मित्रों का प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत चयनित अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान में शुरू हुआ, जो 14 दिनों तक चलेगा। कार्यक्रम का शुभारंभ सीएम योगी के सलाहकार अरविंद कुमार और इन्वेस्ट यूपी के सीईओ अभिषेक प्रकाश ने दीप जलाकर किया।
14 दिनों में आयोजित किए जाएंगे 26 प्रशिक्षण सत्र
प्रशिक्षण कार्यक्रम में 14 दिनों के दौरान कुल 26 प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिसमें विभिन्न निवेशोन्मुख नीतियों, नियमों, ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस और विभिन्न पोर्टलों की जानकारी के साथ औद्योगिक क्षेत्रों की यात्रा शामिल है। इन सत्रों को विभाग-वार निर्धारित किया गया है, जिसमें योगी सरकार की प्रमुख परियोजनाएं जैसे ट्रिलियन-डॉलर अर्थव्यवस्था का विकास, डिफेंस कॉरिडोर के साथ राजस्व संहिता, लैंड बैंक एवं भूमि की दरें, आवंटन प्रक्रियाएं, स्वीकृतियों आदि शामिल हैं। कार्यक्रम में चयनित अभ्यर्थियों को व्यापक इंडस्ट्रियल इकोसिस्टम के बारे में बताया गया। इसके साथ ही प्रदेश में निवेश को आकर्षित करने और सुविधा प्रदान करने के लिए घोषित विभिन्न सुधारों संग नीतियों से भी अवगत कराया। सीएम योगी के सलाहकार अरविंद कुमार ने मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क, फाॅर्मा पार्क, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और डिफेंस कॉरिडोर के छह नोड्स जैसी प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।
इन्वेस्ट यूपी कार्यालय, जिला मुख्यालय और औद्योगिक प्राधिकरणों में तैनात होंगे उद्यमी मित्र
कार्यक्रम के उद्धाटन समारोह में यूपीजीआईएस-23 से पहले अंतरराष्ट्रीय एवं घरेलू रोड शो के सफल आयोजन के साथ निवेशक सुविधा के लिए विकसित किए गए समर्पित पोर्टल्स जैसे- सिंगल विंडो निवेश मित्र पोर्टल, निवेशक संबंध प्रबंधन प्रणाली – निवेश सारथी पोर्टल, ऑनलाइन प्रोत्साहन प्रबंधन प्रणाली के बारे में बताया गया। इस दौरान अभ्यर्थियों को उत्तर प्रदेश शासन की संरचना, संवैधानिक संरचना, विधानमंडल, सचिवालय और जिला एवं मंडल प्रशासन पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई, जिसके अनुसार उद्यमी मित्रों को जिलों में तैनात किया जाएगा। यहां वे जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केंद्र के उपायुक्त को रिपोर्ट करेंगे। मालूम हो कि प्रशिक्षण के बाद उत्तर प्रदेश सरकार जमीनी स्तर पर निवेशकों के सामने आने वाली समस्याओं के निवारण के लिए उद्यमी मित्रों को इन्वेस्ट यूपी कार्यालय, जिला मुख्यालय और औद्योगिक प्राधिकरणों में तैनात करेगी।