- गाजियाबाद एवं लखनऊ के चुनिंदा मार्गों पर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चलाई जाएंगी इलेक्ट्रिक बसें
- सुगम आवागमन के साथ ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर योगी ने लिया महत्वपूर्ण निर्णय
- 3X2 एसी सीटिंग बसों के संचालन से लोगों को उपलब्ध होगी सस्ती परिवहन सेवा
लखनऊ, 28 मई। उत्तर प्रदेश के नागरिकों को सुगम आवागमन की सुविधा के साथ ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर योगी सरकार इलेक्ट्रिक व्हीकल के संचालन पर जोर दे रही है। प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में नगर विकास विभाग के माध्यम से पहले ही सैकड़ों इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जा रही हैं तो वहीं अब योगी सरकार ने परिवहन विभाग के माध्यम से भी चुनिंदा रूट्स पर इलेक्ट्रिक बसों के संचालन का निर्णय लिया है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर फिलहाल लखनऊ और गाजियाबाद में कुछ चुनिंदा मार्गों पर 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है।
जल्द अन्य जनपदों में भी होगी शुरुआत
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि परिवहन निगम की लखनऊ एवं गाजियाबाद में कुछ चुनिंदा मार्गों पर 100 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है। प्रथम चरण में यह बसें पायलट तौर पर चलाई जाएंगी। बाद में फिर इसे प्रदेश के अन्य जनपदों में भी शुरू किया जाएगा।
सस्ती दरों पर मिलेगा एसी बसों का सफर
परिवहन मंत्री ने बताया कि शीघ्र ही प्रदेश के लोगों को बेहतरीन एवं सस्ती परिवहन सेवा उपलब्ध होगी। अभी तक एसी बसों के लिए 2X2 सीटिंग अरेंजमेंट बसों की स्वीकृति थी, लेकिन अब 3X2 सीटिंग अरेंजमेंट बस सेवा को नवीन अनुबंधित बस योजना के अंतर्गत अनुबंध किए जाने की योजना है। उन्होंने बताया कि 3X2 सीटिंग कैपेसिटी वाली बसों का किराया 1 रुपए 63 पैसे प्रति किलोमीटर आएगा, जबकि 2X2 सीटिंग अरेंजमेंट बसों का किराया 1.93 पैसे प्रति किमी आता है। इससे प्रति किमी कुल 30 पैसे का अंतर आएगा और लोगों को सस्ती एसी बस सेवा उपलब्ध हो सकेगी। परिवहन मंत्री ने बताया कि साधारण एवं एसी बस मिलाकर कुल 1235 बसों को लेटर आफ इंटेंट जारी किया जा चुका है, जिसमें से 770 बसों ने क्षेत्रों में संचालन प्रारंभ भी कर दिया है।