राघवेन्द्र प्रताप सिंह : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के सैनिकों के प्रति अपनी गहरी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए मणिपुर में अज्ञात सशस्त्र व्यक्तियों के साथ मुठभेड़ में बलिदान हुए चन्दौली निवासी असम राइफल्स के जवान आलोक राव को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।
मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा जिले की एक सड़क का नामकरण आलोक राव के नाम पर करने की भी घोषणा की है।
सीएम योगी ने शहीद आलोक राव के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शोक की इस घड़ी में राज्य सरकार उनके साथ है। प्रदेश सरकार द्वारा शहीद जवान के परिवार को हर सम्भव मदद प्रदान की जाएगी।
असम राइफल्स के बारे में :
असम राइफल्स केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के तहत एक केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल है। ऐतिहासिक दृष्टि से असम राइफल्स का गठन वर्ष 1835 में कछार लेवी (Cachar Levy) नामक एक एकल सैन्यबल के रूप में पूर्वोत्तर भारत में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से किया गया था। इसने असम क्षेत्र को प्रशासन और वाणिज्य के लिये खोलने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया तथा समय के साथ इसे “नागरिक के दाहिने हाथ और सेना के बाएँ हाथ” (Right Arm Of The Civil And Left Arm Of The Military) के रूप में जाना जाने लगा।
असम राइफल्स की जम्मू-कश्मीर में दो बटालियन और एक राष्ट्रीय आपदा राहत बल बटालियन तैनात है, जो प्राकृतिक आपदाओं के मामले में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। यद्यपि भारत कई वर्षों से संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना में योगदान दे रहा है, असम राइफल्स की राइफलवुमेन टीम को शामिल करने से राष्ट्रों के समुदाय के प्रति हमारी प्रतिबद्धता में एक और सामाजिक एवं मानवीय आयाम जुड़ जाता है।