जाति कार्ड पर बच्चों का हक छीनने वालों को करारा जवाब

  • -2017 के पहले बदहाल शिक्षा का उल्लेख कर सीएम ने विपक्ष को घेरा
  • -कहा- बच्चों का मत, मजहब देखकर नहीं दी जातीं सुविधाएं
  • -2017 के पहले पांचवीं के 56 फीसदी बच्चे हिन्दी तक नहीं पढ़ पाते थे, प्राथमिक विद्यालय बदहाल थेः सीएम
  • -ऑपरेशन कायाकल्प से सुधर रही विद्यालयों की दशा, अभिभावक के खाते में डीबीटी से जा रहे 1200 रुपएः योगी

लखनऊ, 2 मार्च। जाति का राग अलापने वालों को सीएम योगी ने गुरुवार को विधान परिषद में करारा जवाब दिया। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सरकार की उपलब्धिय़ां गिनाते हुए उन्हें आइना दिखाया। सीएम योगी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बहुत कार्य हुए हैं। यूपी में 2017 के पहले क्या स्थति बना दी थी। 17 के पहले सूबे में पांचवीं के 56 फीसदी बच्चे हिन्दी तक नहीं पढ़ पाते थे। प्राथमिक विद्यालय बदहाल थे। 26 हजार से ज्यादा स्कूल एक कमरे में चल रहे थे। यूपीपीएससी की हर परीक्षा पर सवाल उठते थे। आज हमने ऑपरेशन कायाकल्प के जरिए विद्यालयों की दशा सुधारने का कार्य किया है। पहले 1 करोड़ 34 लाख बच्चे यूपी के सरकारी स्कूलों में पढ़ते थे, आज 1 करोड़ 91 लाख बच्चे पढ़ रहे हैं। बच्चों को दो यूनिफॉर्म फ्री, बुक्स फ्री, जूता मोजा फ्री देने के साथ ही मिड-डे मील की गुणवत्ता सुधारी गयी है। हमारी सरकार ने इन बच्चों की जाति, मत, मजहब नहीं देखा। इन बच्चों के हक को पहले हड़पकर दुनिया में अपने संसाधन बढ़ाने में लगे थे, तब आप लोगों को जाति नजर नहीं आती थी क्या। बच्चियां नंगे पैर स्कूल जाती थीं। आज यूपी के हर बच्चे के अभिभावक के खाते में 12 सौ रुपए डीबीटी के जरिए भेजे जा रहे हैं।

अनाथ बच्चे देश का भविष्य, दे रहे वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर और उत्तम शिक्षा
सीएम योगी ने कहा कि आज हर गांव और हर वार्ड में डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण किया जा रहा है। बजट में इसका प्रावधान है। पीएम श्री योजना के अंतर्गत बच्चों के लिए डिजिटल विद्यालय बनने जा रहा है। कोविड के कारण जो बच्चे अनाथ हुए हैं, उन बच्चों को वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ हम लोग उत्तम शिक्षा देने जा रहे हैं। ये सरकार उनके लॉजिंग, फूडिंग के साथ पूरा खर्चा देने जा रही है। ये बच्चे हमारे भविष्य हैं। माध्यमिक शिक्षा के सरकारी के साथ-साथ निजी विद्यालयों के रेनोवेशन के लिए बजट का प्रावधान किया है।

3 नए विश्वविद्यालय बनाने के लिए दिया गया बजट
शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए सीएम ने कहा कि हमने संस्कृत विद्यालय के लिए 100 करेाड़ की व्यवस्था की है। संस्कृत के विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप की व्यवस्था भी बजट में की गयी है। अच्छा होता विरोधी दल के नेता यहां होते मगर वो भाग गये। इस बार उच्च शिक्षा के लिए तीन नये विश्वविद्यालय इस बजट में बनाने का प्रावधान किया गया है। फार्मा सेक्टर के लिए विवि के समकक्ष संस्थान बनाया जाएगा। यूपी फार्मा सेक्टर का सबसे बड़ा हब बनेगा। टाटा टेक्नोलॉजी के साथ हमने 5 हजार करोड़ से अधिक का एमओयू साइन किया है। यूपी के 35 हजार नौजवान हर साल वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग लेकर स्किल का विकास करेंगे। यहां से प्रशिक्षित युवाओं को टाटा में ही नौकरी भी दी जाएगी। न्यू एज कोर्सेस के लिए हमने कई कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।

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