- सीएम योगी ने बांदा में कालिंजर महोत्सव का किया शुभारंभ
- सीएम बोले, जीआईएस-23 में बुंदेलखंड को मिले साढ़े चार लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव
- अब बुंदेलखंड में पानी की कमी नहीं, यह तो धरती का स्वर्ग बनने जा रहा: सीएम योगी
लखनऊ/बांदा: बुंदेलखंड को विकास की धुरी से जोड़ने के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का निर्माण किया गया, जिसने दिल्ली समेत प्रदेश की राजधानी लखनऊ की दूरी कम कर दी। आप चित्रकूट से महज साढ़े पांच घंटे में दिल्ली का रास्ता तय कर सकते हैं। चित्रकूट में एयरपोर्ट बनने जा रहा है। वहीं जहां पर बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे समाप्त हो रहा है वहां से चित्रकूट तक डिफेंस कॉरिडोर की कार्यवाही चल रही है, जहां पर बनीं तोपें जब गरजेंगी तो पाकिस्तान अपने आप ही गायब हो जाएगा। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बांदा में कालिंजर महोत्सव के शुभारंभ पर कही।
जीआईएस-23 में बुंदेलखंड को मिले साढ़े चार लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव
सीएम योगी ने कहा कि बुंदेलखंड पानी के लिए तरसता था, यहां की माताओं-बहनों को 5 मील दूर जाकर पेयजल लाना पड़ता था, लेकिन अब हर घर नल की योजना से हर घर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करके यहां की माताओं बहनों का सम्मान किया गया है। सीएम योगी ने कहा कि क्या यह काम पहले नहीं हो सकता था, लेकिन परिवार और जातिवादी लोग इस सोच के साथ कार्य नहीं कर सकते थे। इनके लिए अपना परिवार ही सब कुछ था, इनको बुंदेलखंड, प्रदेश, गरीब, गांव, किसान, महिलाओं और युवाओं से कोई मतलब नहीं था। अब बुंदेलखंड में पानी की कमी नहीं होगी, यह तो धरती का स्वर्ग बनने जा रहा है। आज इसी श्रृंखला में यहां सैकड़ों परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास का कार्यक्रम संपन्न हुआ है। सीएम ने कहा कि इतनी परियोजनाएं आपके बीच में आ रही हैं कि अब विकास के मामले में बुंदेलखंड पीछे नहीं रहेगा। अभी आपने पिछले 1 सप्ताह में राजधानी लखनऊ में चलने वाले विभिन्न कार्यक्रमों को देखा होगा कि जीआईएस-23 में उद्योग लगाने के लिए 35 लाख करोड़ के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं इतने प्रस्ताव देश के किसी भी राज्य में प्राप्त नहीं हुए हैं। वहीं बुंदेलखंड के लिए लगभग साढ़े चार लाख करोड़ के प्रस्ताव आये हैं। ऐसे में बड़े पैमाने में उद्योगों के लगने से यहां के नौजवानों को नौकरी के लिए देश के विभिन्न राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। किसानों को उनकी फसल का अच्छा दाम मिलेगा। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना में शामिल सजल पत्थर बांदा की पहचान है और कठिया गेहूं तो यहां की पहचान है इसका अच्छा दाम भी मिलेगा।
बुंदेलखंड को 88 हजार से अधिक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया
सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार दो करोड़ युवाओं को टेबलेट और स्मार्टफोन देने जा रही है। प्रदेश में दो करोड़ 60 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। यही नहीं बुंदेलखंड को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 88,457 ग्रामीण आवास दिये गये, जिसमें अकेले बांदा और अन्य कस्बे को 13,171 आवास दिये गये। यही नहीं कोल, सहरिया या जो वंचित परिवार हैं, ऐसे लोग जिनका नाम प्रधानमंत्री आवास की सूची में नहीं आ पाया था, ऐसे 634 परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत आवास वितरित किये गए। करीब एक लाख से अधिक इन गरीबों को आवास की सुविधा प्राप्त हुई। इन्हे इस योजना का लाभ सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकारों में नहीं मिलना चाहिए था। वहीं 2,27,751 गरीबों के घर में शौचालय बनाए गए और बांदा में 2,65,783 किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ देते हुए प्रधानमंत्री द्वारा प्रतिवर्ष छह हजार रुपये दिये जा रहे हैं। आयुष्मान भारत में 3,03,383 परिवारों को पांच लाख सालाना स्वास्थ्य बीमा का कवर प्रतिवर्ष उपलब्ध करवाया जा रहा है। पिछले 5 वर्ष में हम लोगों ने 13,595 वृद्धजनों को एक हजार रुपये अतिरिक्त पेंशन की सुविधा दी है। विधवा और निराश्रित 2,536 महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह पेंशन की सुविधा उपलब्ध करवाई है। साथ ही 1,100 गरीब कन्याओं की शादी के लिए 51 हजार रुपए प्रति शादी प्रशासन से उपलब्ध करवाने का कार्य किया गया।
सभी किलों को आपस में जोड़कर यहां पर होटल संचालित किए जाएं
सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में 9,182 बालिकाओं को जोड़ करके 6 किस्तों में 15,000 हजार रुपये उन्हें उपलब्ध करवाने का कार्य किया जा रहा है। बुंदेलखंड डबल इंजन सरकार और प्रधानमंत्री मोदी की शीर्ष प्राथमिकताओं में है। यहां गांव गांव की कनेक्टिविटी को बेहतर करना, युवाओं, किसानों, माताओं और समाज के सभी वर्गों के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जो पिछले 70 वर्षों में इनके लिए वंचित किया गया था। सीएम योगी ने कहा कि बुंदेलखंड के सभी किलों को जोड़ने के लिए प्रशासन और पर्यटन विभाग के साथ बैठक करे। पर्यटन विभाग इन किलों में होटल के संचालन की तैयारी करे और पर्यटन विकास की संभावनाओं को आगे बढ़ाए। आज विकास के लिए पैसे की कमी नहीं है। हमारी इच्छा है कि यहां के जो किले जर्जर अवस्था की ओर जा रहे हैं उनका पुनरुद्धार हो।