(शाश्वत तिवारी): विश्व हिंदी सम्मेलन के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर भारतीय विदेश मंत्री तीन दिवसीय फिजी दौरे पर है। फिजी पहुंचे विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने गुरुवार को सुवा में ‘सोलराइजेशन ऑफ रेजिडेंस ऑफ पैसिफिक हेड्स ऑफ स्टेट’ प्रोजेक्ट की शुरुआत की। इस दौरान फिजी के राष्ट्रपति विलियम काटोनिवेरे भी मौजूद रहे। इसके साथ ही विदेश मंत्री ने देश के प्रधानमंत्री के साथ बैठक भी की। फिजी में उन्होंने यहाँ भारतीय समुदाय के साथ देश और विदेश में हाल के घटनाक्रमों पर चर्चा की जो फिजी के साथ हमारे सहयोग के लिए नए रास्ते खोलते हैं। साथ ही फिजी में इंडिया हाउस में सरदार पटेल की एक प्रतिमा का अनावरण भी किया। इस भव्य सम्मलेन में अलग अलग देशों से हिंदी के विद्वान आये हैं, एक ट्वीट में विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने बताया कि हंगरी में हिंदी शिक्षण को बढ़ावा देने के लिए, जिनके साथ मैंने 30 साल पहले मिलकर काम किया था, मेरी पुराने साथी प्रोफेसर मारिया नेजेसी से मिलकर प्रसन्नता हुई। विश्व हिंदी सम्मेलन वास्तव में दुनिया भर के हिंदी प्रेमियों को एक साथ लाने का एक अंतरराष्ट्रीय मंच है।
विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने फिजी संग्रहालय का दौरा किया और वहां भारत द्वारा समर्थित गिरमिट गैलरी का उद्घाटन किया। विदेश मंत्री ने ट्वीट किया कि फिजी-भारतीय अनुभव की कहानी का विस्तार हमारे उन लोगों के प्रयासों को दर्शाता है जिन्होंने घर से बहुत दूर अपने जीवन के तरीके का निर्माण किया। इससे पहले उन्होंने फिजी में श्री शिव सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर का दौरा किया था और देवताओं के दर्शन किए थे।
फिजी के पीएम ने की तारीफ:
संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग के दौरान फिजी के प्रधान मंत्री सित्वेनी लिगामामादा राबुका ने कहा मैं फिजी में 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन की सह-मेजबानी में उनके अविश्वसनीय समर्थन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और भारत सरकार की हार्दिक सराहना करना चाहता हूं। मुझे यह कहते हुए प्रसन्नता हो रही है कि भारत हमेशा फिजी का विशेष मित्र और विश्वसनीय भागीदार रहेगा। पीएम ने आगे कहा कि हमने साथ मिलकर एक मजबूत बहुमुखी साझेदारी का निर्माण किया है, जिसमें राष्ट्र निर्माण के सभी प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग शामिल है। भारत बड़ी जरूरत के समय में हमारे साथ खड़ा रहा है।