- कौशल विकास मिशन के अंतर्गत अबतक 16.50 लाख युवा विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षित किये गये
- 4.62 लाख से अधिक युवाओं को मिला रोजगार
- ऋण प्रवाह अभियान के अंतर्गत अब तक 37 हजार करोड़ ऋण वितरित कर चुकी है योगी सरकार
लखनऊ। योगी सरकार एक तरफ प्रदेश में बड़े पैमाने पर उद्योग-धंधे स्थापित करने के प्रयास में जुटी है, वहीं दूसरी तरफ युवाओं के हुनर को निखार कर स्किल्ड मैनपॉवर के रूप में भी तैयार किया जा रहा है। साथ ही स्टार्टअप्स के लिए भी युवाओं को सामर्थ्यवान बनाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विशेष फोकस है। हर हाथ को हुनर प्रदान करने का संकल्प धरातल पर उतरता दिखाई देने लगा है। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 से पहले ही लाखों करोड़ के निवेश प्रस्तावों से योगी सरकार उत्साहित है। सरकार का ध्यान अब इस बात पर भी है कि आने वाले समय में जब प्रदेश भर में बड़े पैमाने पर उद्योग स्थापित हों तब प्रदेश में स्किल्ड मैनपॉवर की कोई कमी ना हो।
युवाओं को किया जा रहा दक्ष
योगी शासन के बीते करीब 6 साल में उत्तर प्रदेश में कौशल विकास मिशन के अंतर्गत अब तक 16.50 लाख युवाओं को विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षित किया जा चुका है। रोजगार मेलों के माध्यम से अब तक 2.61 करोड़ लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने वाली योगी सरकार ने इस दौरान 4.62 लाख से ज्यादा युवाओं को बाकायदा हुनरमंद बनाते हुए रोजगार उपलब्ध कराया है। यही नहीं इंडस्ट्री के हिसाब से ट्रेन्ड मैनपॉवर तैयार करने के लिए युवाओं को विभिन्न कंपनियों में प्रशिक्षण दिलाने का कार्य भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के तहत प्रदेश में अब तक 38 हजार से अधिक युवाओं को उद्योगों और प्रतिष्ठानों से जोड़कर प्रशिक्षित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्पष्ट मंशा है कि युवाओं को ना सिर्फ भारत की इंडस्ट्रीज के हिसाब से तैयार किया जाए, बल्कि गल्फ, यूरोप और अमेरिका आदि कंपनियों के ट्रेड के मुताबिक भी उन्हें ट्रेन्ड किया जाए। साथ ही साथ युवा मैनपॉवर विदेशी भाषाओं को भी सीख सकें, इसके लिए कौशल विकास विभाग की ओर से कार्य किये जा रहे हैं।
आईटीआई को किया जा रहा अपग्रेड
योगी सरकार के दौरान उत्तर प्रदेश में 38 नवीन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं (आईटीआई) की स्थापना से हर हाथ को हुनर प्रदान करने का मुख्यमंत्री का संकल्प तेजी से पूरा होता दिख रहा है। यही नहीं प्रदेश के 150 आईटीआई को अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस करने और प्रोफेशनल ट्रेनिंग प्रदान करने के लिए टाटा के सहयोग से अपग्रेड करने का कार्य भी चल रहा है। दूसरी तरफ प्रदेश के कारागार बंदियों, महिला संवासिनियों और किशोर सुधार गृह के किशोरों को भी सरकार जुर्म-जरायम की दुनिया से निकालकर हुनरमंद बना रही है। कुशल कामगारों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके इसके लिए सेवामित्र पोर्टल के जरिये ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का कार्य भी जारी है, जिसमे अबतक 32 हजार से ज्यादा स्किल्ड वर्कर्स को रजिस्टर्ड किया जा चुका है।
स्वरोजगार से जुड़ रहे यूपी के युवा
युवाओं को हुनरमंद बनाने के साथ ही उन्हें स्वावलंबी बनाने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। यही वजह है कि स्किल प्राप्त करने और इंडस्ट्री ट्रेनिंग मिलने के बाद ज्यादातर हुनरमंद अपना खुद का रोजगार स्थापित करने लगे हैं। सरकार की ओर से ऋण प्रवाह अभियान के तहत वितरित की गई 37 हजार करोड़ की धनराशि का भी स्वरोजगार को बढ़ावा देने में अहम योगदान है। साथ ही प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के अंतर्गत अब तक प्रदेश के 6,66,225 स्किल्ड वर्कर्स को रजिस्टर्ड किया जा चुका है। इसके अलावा रोजगार संगम योजना के अंतर्गत अबतक 22 हजार से भी ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षित करने का पूरा हो चुका है।