महाकुम्भ 2025 तक अंतरराष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट की सुविधाओं का होगा विस्तार
प्रयागराज । संगम नगरी प्रयागराज ने बेहतर एयर कनेक्टिविटी हासिल करने में प्रदेश में लम्बी छलांग लगाईं है । योगी सरकार के प्रयासों से प्रयागराज एयरपोर्ट ने कई कनेक्टिविटी और यात्रियों की संख्या के मामले में कई महानगरो को पीछे छोड़ दिया है ।
उड़ानों की संख्या और हवाई सफ़र करने वाले यात्रियों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
कुम्भ नगरी प्रयागराज को देश के विभिन्न शहरों से जोड़ने की बात हो या फिर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं का विस्तार सभी में योगी सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। प्रयागराज एयरपोर्ट पर विमानों की उड़ानें नए आयाम तय कर रहे हैं । लखनऊ और वाराणसी के बाद अब प्रयागराज एयरपोर्ट उड़ानों और यात्रियों की आवाजाही के मामले में तीसरे नंबर पर पहुच गया है। प्रयागराज एयरपोर्ट के निदेशक आरआर पांडेय बताते हैं कि वर्तमान में इस एयरपोर्ट से 12 शहरों के लिए 24 घरेलू उड़ाने संचालित हैं । प्रतिदिन यहाँ से हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या भी बढ़ रही हैं । पिछले वर्ष प्रयागराज एयरपोर्ट से 5,48310 ने हवाई सफर तय किया था । इस तरह हर साल एक लाख से अधिक यात्रियों की संख्या में इजाफा हो रहा है । हर महीने, हर साल यात्रियों की संख्या में इजाफा करने के मामले में प्रयागराज एयरपोर्ट ने अव्वल स्थान भी हासिल किया है और इस समय यह प्रदेश में तीसरे स्थान पर है।
विमानों की नाइट लैंडिंग और एयरपोर्ट टर्मिनल में हुआ विस्तार
प्रयागराज एयरपोर्ट में विभिन्न शहरों की तरफ से आने वाले यात्रियों के लिए आगमन वाले स्थान पर एयरपोर्ट का विस्तार किया जा रहा है। प्रयागराज एयरपोर्ट के निदेशक आरआर पांडेय के मुताबिक़ एयरपोर्ट में अभी एक साथ 4 विमानों के खड़े होने की जगह है जिसे बढ़ाकर अब 7 किया जा रहा है । ” वे “के विस्तार से यहाँ अधिक विमानों की उड़ान संभव हो सकेगी । एयरपोर्ट में एक और टैक्सी वे के निर्माण की प्रक्रिया भी चल रही है । मौजूदा समय में एयरपोर्ट टर्मिनल में एक बार में अधिकतम 300 यात्रियों के ही बैठने की व्यवस्था है। इस वजह से जब एक घंटे के अन्दर चार विमानों की आवाजाही हो जाती है, तब यहां बैठने में उन्हें ज्यादा दिक्कत आती है। यात्रियों की सहूलियत के लिए एयरपोर्ट की डिपार्चर की जगह का विस्तार किया जा रहा है। इसके लिए एयरपोर्ट के बगल की जमीन का अधिग्रहण करने का प्रस्ताव है। एयरपोर्ट में अब नाइट लैंडिंग की सुविधा भी हो गई है । एयरपोर्ट अथॉरिटी के मुताबिक़ यहाँ अब आई एल एस या इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम भी बनकर तैयार है जिसमे नाईट लैंडिंग में कोई तकनीकी समस्या नहीं है। यहाँ से नॉन शेड्यूल फ्लाइट्स की नाईट लैंडिंग हो भी रही है लेकिन शेड्यूल फ्लाइट्स की लैंडिंग अभी नहीं हो पा रही है जैसे ही अथॉरिटी इसकी अनुमति दे देती है यह सर्विस भी शुरू हो जायेगी।
महाकुम्भ 2025 तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए भी तैयार होगा एयरपोर्ट
प्रयागराज एयरपोर्ट से फिलहाल कोई अंतरराष्ट्रीय उड़ान नहीं हैं लेकिन सरकार की मंशा इसे अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए भी विस्तार करने की है । महाकुंभ 2025 से पहले देश के हर हिस्से में यहां से उड़ाने शुरू करने का प्रस्ताव एविएशन मिनिस्ट्री को भेजा गया है जिसके बाद यहाँ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की भी अनुमति मिल सकती है जिसे देखते हुए अब यहां और सुविधाएं तेजी से बढ़ाई जा रही हैं।