व्यूरो : भारतीय सशस्त्र बलों ने 14 जनवरी, 2023 को 7वां सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस मनाया गया। माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान के साथ देहरादून में भूतपूर्व सैनिक सम्मेलन में भाग लिया।
पूरे देश में कई स्थानों जैसे कि देहरादून, दिल्ली, जालंधर चंडीगढ़, झुंझुनू, पानागढ़, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता शहर में पुष्पांजलि समारोह हुए और भूतपूर्व सैनिकों की बैठकें आयोजित की गईं। इसका उद्देश्य भूतपूर्व सैनिकों की राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा और उनके बलिदान के सम्मान के प्रतीक के रूप में हमारे बहादुर सिपाहियों के परिजनों (एनओके) तथा भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के प्रति वचनबद्धता एवं एकजुटता को मजबूत करना है।
इस दौरान तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने भारतीय सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों के लिए विभिन्न कल्याण विभागों द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कल्याणकारी उपायों का उल्लेख किया। सेना प्रमुखों ने राष्ट्र निर्माण में पूर्व सैनिकों द्वारा की गई निस्वार्थ राष्ट्र सेवा के महत्त्व पर भी प्रकाश डाला।
सशस्त्र सेना पूर्व सैनिक दिवस 14 जनवरी, 2017 से मनाया जा रहा है। यह दिन सेवानिवृत्त, सेवारत जनों और देश के बीच सौहार्द सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उन नायकों को प्रतिबिंबित करने, स्मरण करने तथा उनका सम्मान करने के लिए समर्पित है, जिन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है और निस्वार्थ भाव से देश की सेवा की है।
भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ओबीई वर्ष 1953 में इसी दिन सेवानिवृत्त हुए थे। उनके द्वारा प्रदान की गई सेवाओं का स्मरण करने और उन्हें सम्मान देने के उद्देश्य से पूर्व सैनिक दिवस मनाया जाता है।