अयोध्या। धार्मिक नगरी अयोध्या में अब परिवहन निगम की बसें भी कराएंगे धार्मिकता का एहसास योगी सरकार द्वारा राम नगरी अयोध्या से चलने वाले बस बसें अब आने वाले श्रद्धालुओं व पैसेंजरों को धार्मिक नगरी का एहसास कराएंगे। इसके लिए परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं, जिसके बाद से अयोध्या डिपो द्वारा इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई है। योजना के तहत जो बसें जिन धार्मिक स्थलों को जाएंगी, उनमें उस धार्मिक क्षेत्र से संबंधित चित्रों को अंकित किया जाएगा। वहीं इन सभी बसों में आगे कुछ इस तरह चित्रांकन किया जाएगा कि यात्रियों को स्वत: ही अहसास हो जाएगा कि यह बसें कहां से आ रही हैं और कहां जा रही हैं। इसके अलावा बसों में संबंधित क्षेत्र से जुड़े भगवान से संबंधित भजन भी सुनाए जाएंगे। यही नहीं इन बसों को सभी अत्याधुनिक सेवाएं प्रदान की जाएंगी। प्रदेश भर के यात्री यदि परिवहन निगम की बसों से धार्मिक क्षेत्रों की यात्रा करें, तो उनको धार्मिकता का अहसास हो। इसके लिए परिवहन निगम ने कवायद शुरू कर दी है। बीते दिनों परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने एक बैठक में इसके निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
बसों में भगवान श्रीराम व उनके जीवन से जुड़े प्रसंगों व श्रीराम मंदिर व धार्मिक स्थलों का चित्रण
इसके तहत अयोध्या आने वाली बसों में भगवान श्रीराम व उनके जीवन से जुड़े प्रसंगों व श्रीराम मंदिर के साथ ही अयोध्या के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों का चित्रण किया जाएगा।यह चित्रण बस के अंदर-बाहर और शीशों पर भी होगा। इसी तरह प्रयागराज जाने वाली बसों पर संगम, कुंभ मेले समेत अन्य का, वाराणसी जाने वाली बसों में भोलेनाथ से संबंधित चित्रों का, मथुरा जाने वाली बसों में भगवान श्रीकृष्ण व उनसे जुड़ी लीलाओं का, चित्रकूट जाने वाली बसों में वहां के धार्मिक क्षेत्रों का चित्रण किया जाएगा।इन सभी बसों में आगे कुछ इस तरह चित्रांकन किया जाएगा कि यात्रियों को स्वत: ही अहसास हो जाएगा कि यह बसें कहां से आ रही हैं और कहां जा रही हैं। उदाहरणार्थ अयोध्या डिपो की बस यदि वाराणसी जा रही है तो इसके आगे शीशे के ऊपर जहां डिपो अंकित हैं वहां पर एक तरफ अयोध्या का व दूसरी ओर वाराणसी से संबंधित चित्रांकन किया जाएगा।
बसों को अत्याधुनिक सुविधाएं भी प्रदान की जाएगी
बसों को अत्याधुनिक सुविधाएं भी प्रदान की जाएगी। बसों की सीटों को नया किया जाएगा। साथ ही पानी की बोतल रखने की जगह आदि भी बनाई जाएगी। इसके अलावा बसों में यात्री भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण व भोलेनाथ से संबंधित भजनों का भी आनंद उठा सकें, इसके भी इंतजाम किए जाएंगे।
पुरानी जर्जर बिल्डिंग में संचालित अयोध्या बस स्टेशन के दिन भी जल्द बहुरेंगे। इसके लिए आर्किटेक्ट ने डिजाइन करना शुरू कर दिया है। बिल्डिंग के मुख्य भवन सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय को भी श्रीराम मंदिर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। साथ ही यहां पर फूड प्लाजा, विश्रामालय, हेल्प डेस्क, चिकित्सीय सुविधा, एयरकंडीशन युक्त बिल्डिंग में सीसीटीवी, एलईडी समेत अन्य सुविधाएं भी होंगी।अयोध्या परिक्षेत्र के अयोध्या, अमेठी, सुलतानपुर व अंबेडकरनगर डिपो में कुल 327 बसें ऑन रोड हैं। अयोध्या डिपो में 104 निगम की और 22 बसें अनुबंधित समेत कुल 126 बसें संचालित हैं। प्रयागराज, वाराणसी रूट पर 22 और चित्रकूट व मथुरा रूट पर एक-एक बस संचालित हो रही है। जल्द ही सभी बसों पर धार्मिक चित्रण कर उन्हें इस कदर आकर्षक बनाया जाएगा कि यह इसमें बैठने वालों को यह अहसास हो जाएगा कि यह किस डिपो की बस है ओर कहां जाएगी।