(शाश्वत तिवारी) । भारतीय विदेश मंत्री एस0 जयशंकर अमेरिकी दौरे पर हैं और इस दौरान कई देशों के नेताओं से उनकी मुलाकात हो रही है, लेकिन ब्रिटेन में हाल ही में भारतीय समुदाय के साथ हुई घटनाओं को लेकर देखें तो सबसे महत्वपूर्ण मुलाकात ब्रिटेन के विदेश मंत्री के साथ रही। भारतीय विदेश मंत्री की तरफ से यूके में रहने वाले भारतीय समुदाय की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की गई। हालांकि इसके अलावा ब्रिटिश विदेश मंत्री के साथ भारतीय विदेश मंत्री की कई मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसमें साल 2030 का रोडमैप शामिल है कि कैसे दोनों देश आगे संबंधों को और बेहतर दिशा में ले जा सकते हैं। बातचीत में हिंद-प्रशांत, यूक्रेन और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) संबंधी मामलों समेत कई वैश्विक मुद्दे शामिल रहे।
विदेश मंत्री एस० जयशंकर ने की कई देशों के नेताओं से मुलाकात, प्रवासियों की सुरक्षा, विकास साझेदारी और आर्थिक जुड़ाव पर की चर्चा।
दरअसल ब्रिटेन में हाल ही में हिंदू मंदिरों पर हमले हुए हैं और उनके बाहर प्रदर्शन हुआ है, जिसको लेकर भारत के दूतावास की तरफ से पहले ही नाराजगी जताई जा चुकी है। इसके साथ ही मामले में ब्रिटिश सरकार से कार्यवाही की मांग की गई थी। अब जब अमेरिका के न्यूयॉर्क में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई है तो इसमें भी एसo जयशंकर की तरफ से यह मुद्दा बातचीत में रखा गया।
बोलिविया के विदेश मंत्री रोजेलियो मायता के साथ अपनी बैठक में जयशंकर ने कहा कि उन्होंने हमारी विकास साझेदारी और दोनों देशों के आर्थिक जुड़ाव का विस्तार करने के बारे में बात की। वैश्विक विकास पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
नॉर्वे के विदेश मंत्री एनीकेन हुइटफेल्ड के साथ अपनी बैठक के बाद जयशंकर ने कहा कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हमारे मौजूदा सहयोग की सराहना की। नॉर्डिक देशों के साथ हमारी साझेदारी, अफगानिस्तान, यूक्रेन और जलवायु कार्रवाई पर चर्चा हुई।
जयशंकर ने एस्टोनिया के विदेश मंत्री उर्मास रीनसालु से भी मुलाकात की और कहा कि दोनों देशों के दूतावास के खुलने के बाद द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने पर चर्चा की। यूक्रेन से संबंधित घटनाक्रमों पर विचार आदान-प्रदान किए।
जयशंकर ने 10वें भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका (इब्सा) त्रिपक्षीय मंत्री स्तरीय आयोग बैठक की मेजबानी की और इब्सा की प्रक्रिया की समीक्षा की तथा इसके कार्यों को सराहा। उन्होंने कहा वैश्विक एवं बहुपक्षीय मुद्दों पर दक्षिण-दक्षिण सहयोग को बढ़ावा देने की सराहना करता हूं। ब्राजील के विदेश मंत्री कार्लोस फ्रांका और दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जोए फाहला भी बैठक में शामिल हुए।