नई दिल्ली (शाश्वत तिवारी)। आई2 यू2 शिखर सम्मलेन से भारत के लिए बहुत बड़ी खबर आई है। संयुक्त अरब अमीरात ने वादा किया है कि वह भारत में दो अरब डॉलर (करीब 15000 करोड़ रुपये) का निवेश करेगा। जिससे भारत में फूड पार्क की एक श्रृंखला विकसित की जाएगी। शिखर सम्मेलन के दौरान, गुजरात में 300 मेगावाट की हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई गई।
आई2यू2′ भारत, इज़राइल, यूएई और अमेरिका का एक समूह है, जिसे ‘वेस्ट एशियन क्वाड’ भी कहा जाता है।
‘आई2 यू2’ भारत, इज़राइल, यूएई और अमेरिका का एक समूह है, जिसे ‘वेस्ट एशियन क्वाड’ भी कहा जाता है। इस संगठन की अवधारणा पहली बार 18 अक्टूबर 2021 को चार विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान की गई थी। इस संगठन का उद्देश्य पानी, ऊर्जा, परिवहवन, स्पेस, हेल्थ और फूड सिक्योरिटी जैसे छह क्षेत्रों में मिलकर निवेश और प्रोत्साहित करना है।
‘आई2 यू2’ का उद्देश्य पानी, ऊर्जा, परिवहवन, स्पेस, हेल्थ और फूड सिक्योरिटी जैसे छह क्षेत्रों में मिलकर निवेश और प्रोत्साहित करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा यह सही मायने में रणनीतिक भागीदारों की बैठक है। हम सभी अच्छे दोस्त भी हैं, और हम सभी के दृष्टिकोण और हितों में भी समानताएं हैं। ‘आई2 यू2’ की इस पहली बैठक ने एक सकारात्मक एजेंडा स्थापित कर लिया है। हमने कई क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं की पहचान की है और उन पर आगे बढ़ने के लिए एक रोडमैप तैयार किया है। पूंजी, विशेषज्ञता और बाजार को लामबंद करके हम अपने निर्धारित लक्ष्यों को तेजी से प्राप्त कर सकते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रस्तावित फूड पार्क या फूड कॉरिडोर को अभी गुजरात और मध्य प्रदेश में बनने की उम्मीद है।
एक संयुक्त बयान में कहा गया है भारत इस परियोजना के लिए उपयुक्त भूमि उपलब्ध कराएगा और किसानों के फूड पार्कों में एकीकरण की सुविधा प्रदान करेगा। अमेरिका और इजरायल के निजी क्षेत्रों को अपनी विशेषज्ञता साझा करने और परियोजना की स्थिरता बनाये रखने वाले अभिनव समाधान पेश करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा पर बढ़ती चिंताओं पर प्रकाश डालते हुए, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने कहा केवल साझेदारी ही आज के संघर्षों और चुनौतियों को दूर कर सकती है, जिनमें खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य सेवा सबसे महत्वपूर्ण हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा भारत में एकीकृत कृषि पार्क विकसित करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात के निवेश और अमेरिकी और इज़राइली निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों के समर्थन से केवल पांच वर्षों में भारत की खाद्य पैदावार को तीन गुना बढ़ाने बढ़ाया जा सकता है। भारत दुनिया में एक प्रमुख, प्रमुख खाद्य उत्पादक है। भारत के किसानों और मिडिल ईस्ट में भूख और कुपोषण से पीड़ित लोगों पर पड़ने वाले लाभकारी प्रभावों के बारे में सोचने की ज़रुरत है।
इज़राइल के प्रधान मंत्री येर लापिड ने कहा जब से यूक्रेन में युद्ध शुरू हुआ है, दुनिया भर के देश उन महत्वपूर्ण मुद्दों से जूझ रहे हैं जिन्होंने लोगों के दैनिक जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच एक “फूड कॉरिडोर” काफी हद तक दोनों देशों में खाद्य सुरक्षा के मुद्दों को हल करेगा।
लैपिड ने कहा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच फूड कॉरिडोर जैसी पहल एक समस्या के रचनात्मक समाधान का एक स्पष्ट उदाहरण है जिसका हम सभी सामना कर रहे हैं। खाद्य और संरक्षण प्रौद्योगिकियों का तेजी से परिवहन, सापेक्ष लाभों को एक साथ जोड़ने की क्षमता यह समस्या का समाधान है।
महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा भारत
आई2 यू2 शिखर सम्मेलन होने से एक दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा था कि जिस तरह अमेरिका इस क्षेत्र में इजरायल के एकीकरण में महत्वपूर्ण और केंद्रीय भूमिका निभा सकता है। उसी तरह भारत भी यह भूमिका अदा कर सकता है।
सुलिवन ने तेल अवीव के रास्ते में कहा भारत के मध्य पूर्व में भी बहुत पुराने संबंध हैं। न केवल खाड़ी देशों के साथ संबंध हैं, बल्कि इज़राइल के साथ भी वर्षों से मज़बूत संबंध हैं। इसलिए जैसे अमेरिका इस क्षेत्र में इजरायल के एकीकरण में एक महत्वपूर्ण और केंद्रीय भूमिका निभा सकता है, उसी तरह भारत को भी इसमें भूमिका निभानी है।