राज्यपाल से मिला समाजसेवियों का प्रतिनिधि मण्डल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल से आज यहां राजभवन स्थित प्रज्ञाकक्ष में लखनऊ के जिलाधिकारी श्री अभिषेक प्रकाश के नेतृत्व में विविध उद्योगों से जुड़े तथा समाजसेवी संस्थाओं को चलाने वाले प्रतिनिधि मण्डल के साथ युवा अनस्टॉपेबल संस्था के संस्थापक श्री अमिताभ शाह ने मुलाकात की। इस अवसर पर राज्यपाल जी ने प्रदेश में टी.बी. नियंत्रण की दिशा में टी.बी. मरीजों विशेषकर टी.बी. ग्रस्त बच्चों को गोद लेने, आंगनवाड़ी केन्द्रों को सुसज्जित करने, शत्-प्रतिशत बच्चों को शिक्षा से जोड़ने, बच्चों-गर्भवती माताओं तथा जननी को उचित पोषण प्रदान करने और महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए 9 से 14 वर्ष की बालिकाओं का टीकाकरण कराने संबंधी कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और समाजसेवी संस्थाओं को इन कार्यों में व्यापक सहयोग देने की अपील की।
राज्यपाल जी ने प्रतिनिधि मण्डल से कहा कि सरकार के सीमित संसाधनों में बहुत सी योजनाओं का लाभ बड़ी जनसंख्या में व्यापक रूप से प्राप्त नहीं हो पाता है, इसलिए समाज सेवी संस्थाओं को सरकार के जन हितकारी कार्यों से जुड़कर समाज के वृहद हित में कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कोरोना-काल में रक्तदान जैसी सेवाओं का अभाव हो गया था। जिसके कारण रक्त आपूर्ति से संबंधित चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो गयी थीं। अब विश्वविद्यालयों के स्तर पर जागरूकता लाकर प्लेटलेट्स दान के लिए शिविर लगाकर रजिस्ट्रेशन करने, रक्तदान शिविरों का आयोजन करने जैसे कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने प्रतिनिधियों से कहा कोरोना महामारी अब प्रकोप की तीव्रता में नही है, इसलिए अब वे सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम में टीकाकरण हेतु, आंगनवाड़ी सज्जा व्यवस्था, क्षय रोगियों के पोषण में अपना योगदान दे सकते हैं। उन्होंने बच्चों को शिक्षा के ड्राप आउट से बचाने एवं उनकी उच्च शिक्षा पूर्ण कराने की दिशा में भी सहयोग की अपील की।
मुलाकात के दौरान प्रतिनिधियों ने राज्यपाल जी को अपने समाज सेवा कार्यों की जानकारी दी। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाशन ने लखनऊ जनपद में सर्वाइकल कैंसर से रोकथाम हेतु टीकाकरण, आंगनवाड़ी सज्जा कार्यक्रम तथा गोद लिए गए क्षय रोगियों के बारे में अद्यतन जानकारी राज्यपाल जी को दी।
प्रतिनिधि मण्डल ने मुलाकात में राज्यपाल जी को चरखा, लौंग एवं मोर पंखी का पौधा भेंट किया। राज्यपाल जी ने सभी प्रतिनिधियों को अंगवस्त्र से सम्मानित किया।