लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद झांसी में जल जीवन मिशन (हर घर जल) के अंतर्गत निर्माणाधीन गुलारा ग्राम समूह पेयजल परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पेयजल परियोजना के निर्माण कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ तय समय में पूर्ण किया जाए। इस पेयजल परियोजना से अधिक से अधिक लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए। इस परियोजना के तहत यहां के 11,549 ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचेगा, जिससे 67,000 से अधिक आबादी की पेयजल की समस्या समाप्त हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार वर्ष 2024 तक राज्य के ग्रामीण घरों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से बुंदेलखंड क्षेत्र में ‘हर घर जल’ योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है। ‘हर घर जल’ योजना के तहत जनपद झांसी में 10 पेयजल परियोजनाएं-गुलारा, बचोली, तिलहेता, बुढ़पुरा, पुरुवा, इमलोता, बरवर, कुरेचा, टेहरका तथा बरथरी विकसित की जा रही हैं।
इन पेयजल परियोजनाओं का लाभ जनपद के 648 गांवों को मिलेगा। इन गांवों के 2,09,673 घरों तक नल से जल पहुंचाया जाएगा, जिससे 11,55,682 लोगों को शुद्ध पेयजल प्राप्त होगा। इन पेयजल परियोजनाओं के क्रियान्वयन से इतनी बड़ी आबादी की पानी के लिए हैंडपंप एवं कुओं पर निर्भरता खत्म होगी और शहरों की तरह घरों में नल से जल पहुंचेगा।
मुख्यमंत्री जी ने निर्माणाधीन गुलारा ग्राम समूह पेयजल परियोजना के मॉडल का अवलोकन किया और पेयजल परियोजना स्थल पर वृक्षारोपण किया। उन्होंने अधिकारियों को वृक्षारोपण के निर्धारित लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री जी ने महिला स्वयं सहायता समूह के हस्त निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों को समूह द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादों की मार्केटिंग और ब्रांडिंग के माध्यम से बिक्री कराते हुए स्वयं सहायता समूह को लाभ दिलाए जाने के निर्देश दिए।
तदोपरान्त मुख्यमंत्री ने स्थानीय गौआश्रय स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां पर संरक्षित गोवंश को चारा एवं गुड़ खिलाया। उन्होंने निर्देशित किया कि कोई भी निराश्रित गोवंश खुले में विचरण करता ना मिले, सभी निराश्रित गोवंशों को गौशालाओं में संरक्षित किया जाए।
इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, श्रम एवं सेवायोजन राज्य मंत्री श्री मनोहर लाल मन्नू कोरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
निरीक्षण कार्य से पूर्व, मुख्यमंत्री ने दतिया, मध्य प्रदेश स्थित माँ पीताम्बरा पीठ में दर्शन-पूजन किया और वहां वन खंडेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया। उन्होंने देशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।