नई दिल्ली । अफगानिस्तान के आंतरिक संघर्ष में आज एक नया मोड़ आया है। जो हेलमंद प्रांत अमेरिकी-ब्रितानी सेना के अभियान का केंद्र था, उसकी राजधानी लश्कर गाह पर तालिबान ने हमला कर दिया है।
प्रांतीय राजधानी वाले इस शहर पर तालिबान का कब्जा हुआ तो यह अफगानिस्तान सरकार के लिए बहुत बड़ा झटका होगा। लश्कर गाह के तालिबानी कब्जे में आने पर यह वर्ष 2016 के बाद पहली घटना होगी, जब अफगानिस्तान की किसी प्रांतीय राजधानी पर तालिबान का अधिकार होगा।
खबर है कि तालिबान ने लश्कर गाह में एक टीवी स्टेशन पर भी कब्जा कर लिया है। सोमवार को ही अफगानिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कहा था कि तालीबानी हमले और धमकी के डर से हेलमंद में 11 रेडियो और चार टीवी चैनलों ने प्रसारण बंद कर दिया है।
फिलहाल हेलमंद की राजधानी के आसपास के गांवों से हजारों लोग पलायन कर रहे हैं। भागने वाले लोग जल्द से जल्द किसी सुरक्षित इमारत में शरण लेने की कोशिश में हैं। सितंबर तक विदेशी सैनिकों के वापस चले जाने की घोषणा के बाद तालिबान ग्रामीण इलाकों पर तेजी से अधिकार करने में लगा है। लश्कर गाह शहर परर हमले के साथ तालीबानी अब शहरों पर कब्जा करना चाहते हैं। तालिबान समर्थक शहर के बीच अपनी पहुंच वाले विजुअल्स सोशल मीडिया पर दिखा रहे हैं।