लखनऊ। भाजपा खेल तमाशों वाली अजीब पार्टी है। साढ़े चार वर्ष भाजपा सरकार ने समाजवादी विकास कार्यों के सहारे ही बिता दिए। कोई काम न धाम बस सत्ता की मदहोशी में पड़े रहें। अब जनता में अपनी कारगुजारियों के प्रति व्यापक आक्रोश को देखते हुए भाजपा सरकार बदहवाशी में ऊट-पटांग घोषणाएं करके जनता को भ्रमित करने का ताना-बाना बुन रहे हैं, लेकिन भाजपा को इन सबसे कुछ हासिल होने वाला नहीं है। ये बातें रविवार को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कही।
उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि प्रदेश में भाजपा सरकार की गिनाने लायक एक भी उपलब्धि नहीं है। विकास अवरुद्ध है पर समाजवादी सरकार के कामों को ही अपना बताकर भाजपा सरकार झांसा दर झांसा जारी है। भाजपा की यह धोखेबाजी भारतीय राजनीति को शर्मिन्दा करती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के चलते कोरोना महामारी के दौरान हजारों जाने चली गई। लोगों को न बेड मिले, न ऑक्सीजन, दवाओं की कालाबाजारी होती रही। प्रशासन पंगु बना रहा। समाजवादी सरकार में रायबरेली और गोरखपुर में एम्स की स्थापना के लिए मुफ्त जमीन दी गई थी, जिसे भाजपा सरकार ढंग से चालू नहीं कर सकी। लखनऊ में कैंसर अस्पताल समाजवादी पार्टी ने बनवाया, भाजपा राज में उसकी उपेक्षा हुई।
समाजवादी सरकार के समय उरई (जालौन), कन्नौज, आजमगढ़, सहारनपुर, बदायूं, बांदा, शाहजहांपुर, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद, फैजाबाद आदि जनपदों में एक दर्जन से ज्यादा मेडिकल काॅलेजों की स्थापना हुई थी। मुख्यमंत्री का 32 मेडिकल काॅलेज देने का दावा पूरी तरह सत्य से परे है। समाजवादी एम्बूलेंस सेवा 108, 102 में भाजपा का रत्तीभर भी योगदान नहीं रहा है। भाजपा सरकार ने सिर्फ इतना महान कार्य किया है कि समाजवादी सरकार के समय जो बड़े काम किए उनमें अपने नाम के पत्थर लगवा दिए। भाजपा का यह सामाजिक अपराध है।
उन्होंने कहा कि वास्तविक स्थिति यह है कि भाजपा हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। उसने अपने संकल्प पत्र (घोषणा-पत्र) का मजाक बना दिया है। वादे पूरे न करना भ्रष्टाचार से कम नहीं। भाजपा सरकार ने सिर्फ झूठी घोषणाएं, खोखले वादे किए हैं। जनता बुरी तरह त्रस्त और आक्रोशित है। अब सन् 2022 में भाजपा की खैर नहीं है।