नेपाल में यात्रा संबंध में नए नियम लागू किए गए हैं। गुरुवार को प्रशासन द्वारा दिए गए आदेश के मुताबिक, विदेशी पर्यटकों के लिए क्वारंटाइन नियम को हटा दिया है। बर्शत सभी पर्यटकों ने कोरोना टीके के दोनों डोज लगवाए हो। यह निर्णय कोरोना महामारी के चलते ट्रैवल एंड टूरिज सेक्टर में हुए नुकसान को देखते हुए लिया गया है। ताकी इसकी कुछ भरपाई की जा सके।
जमा करानी होगी टीकाकरण की रिपोर्ट
पर्यटन मंत्रालय की वेबसाइट पर गुरुवार शाम को पोस्ट किए गए नए ट्रैवल प्रोटोकॉल के अनुसार, नेपाल में प्रवेश करने वाले पर्यटकों को अपनी टीकाकरण वाली रिपोर्ट जमा करनी होगी। इसके साथ ही कहा गया है कि अपने देश से निकलने से 72 घंटे पहले की यह रिपोर्ट जमा करे। एक नकारात्मक पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (पीसीआर) टेस्ट रिपोर्ट फॉर्म भी जमा करना होगा। हवाई यात्रा से पहले एंटी-कोरोनावायरस वैक्सीन की दोनों खुराक के दस्तावेजों को जमा करना यहां पर अनिवार्य कर दिया गया है।
नेपाल पहुंचते ही फिर से कराना होगा टेस्ट
इसके साथ ही कहा गया है कि नेपाल पहुंचने के बाद पर्यटकों को अन्य पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा। साथ ही कहा गया है कि इस टेस्ट का खर्चा उनको खुद उठाना होगा और जब तक रिपोर्ट नहीं आएगी तब तक उन्हें एक होटल में आइसोलेट होना पड़ेगा। अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो नियम के अनुसार उन्हें होटल में अपने खर्चे पर आइसोलेट रहना होगा। आप्रवासन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, केवल 230,085 विदेशी पर्यटकों ने पिछले साल नेपाल का दौरा किया था। इतना आंकड़ा वर्ष 1986 में दर्ज किया गया था।